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कैल्शियम की कमी किसी में भी हो सकती है किन्तु ऐसे रोगियों पर मेरे विचार से अधिक होने के कारण निम्न होते हैं-
१. स्त्रियों में होने वाला रक्त का मासिक स्त्राव , प्रजनन की प्रक्रिया और मेनोपौस के दौरान होने वाली Oestrogen harmone की कमी.
२. पुरुषों की अस्थियां स्त्रियों की अपेक्षा अधिक घनी होती हैं.
३. स्त्रियों की आयु पुरुषों कि अपेक्षा अधिक होती है.
४. स्त्रियां भोजन में कैल्शियम की कम मात्रा लेती हैं.
१.चूँकि हड्डियों के कमज़ोर होने के शुरुआत में कोई संकेत नहीं मिलते , इसलिए बिना देर किये कैल्शियम को सही मात्रा में लेते रहना चाहिए.
२.सही मात्रा में यदि कैल्शियम को विटामिन डी के साथ लेते रहा जाये तो अस्थि भग्न की संभावना काफी कम हो जाती है , किन्तु अस्थि का जो भाग हट चुका है उसे पुनः वापस स्थापित नहीं किया जा सकता .
ऐसे रोगियों को हम बहुत ही सरल उपाय बताते हैं जो हर कोई कर सकता है ; आइये जाने कि वो उपाय क्या हैं –
१. जीवन के हर चरण पर कैल्शियम की आवश्यकता होती है. अतः दूध का सेवन अवश्य करना चाहिए
२. गर्भवती स्त्री में दूध व उससे बने पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए.
३. ३५ वर्ष से अधिक की आयु में ८०० मिलीग्राम कैल्शियम की मात्रा अवश्य जानी चाहिए.
४. अमीर घरों में भी लोग जंक फ़ूड (चाऊ मीन, बर्गर, पिज़्ज़ा इत्यादि ) खाना अधिक पसंद करते हैं , जो कि स्वाद में तो अच्छा लगता है किन्तु पौष्टिक नहीं होता. ये सब नहीं खाएं.
५. कैल्शियम की कमी न हो इसके लिए कुछ पदार्थ हमेशा खाते रहना चाहिए- जैसे- दूध, पनीर, चीज़, दही, सोयाबीन, हरी सब्जियां, पत्ता गोभी.
६. जो लोग प्रोटीन, नमक, अल्कोहल , कैफीन अधिक मात्रा में लेते हैं उनके मूत्र में से कैल्शियम अधिक मात्रा में शरीर से निष्कासित होता है . अतः ऐसे पदार्थ न खाएं.
७. विटामिन डी भी समुचित मात्रा में लेते रहना चाहिए. इसके लिए मक्खन, नारियल; और यदि मांसाहारी हैं तो अंडे, मछली व कौड लीवर आयल का सेवन करना चाहिए.
८. इन सबके साथ ही नियमित व्यायाम भी आवश्यक है. इसलिए अभी से ही अपने ग्लास को दूध से भरे.
९. यदि कुछ न कर पायें तो नियमित रूप से प्रतिदिन ४ से ५ किलोमीटर पैदल चले जिससे अस्थियां सदैव स्वस्थ बनी रहे.
तो मित्रों ये वो अनुभव थे जो हम अपने रोगियों को बताते हैं और अधिकाँश रोगी इन सबको प्रयोग करने से स्वस्थ रहते है. आपसे अनुरोध है कि नारी शक्ति को शारीरिक रूप से और सशक्त बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक लोगों तक इसे साझा करें !!!
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत्॥
प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा में,
धन्यवाद !!!!
आपका अपना,
यह पोस्ट नवभारत टाइम्स के पाठकों को भी लाभ पहुंचा चुकी है . )
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